Tuesday, June 6, 2017

एक नई सोच!!

एक नई सोच!! आओ मिलकर कुछ अच्छा सोचें, कुछ अच्छा करें.. आज की भागमभाग जिंदगी में हमारे पास स्वयम के लिए सोचने का समय तक नही है. दूसरों जैसा बमानाई के चक्कर में हम ख़ुद की पहचान को ही खोते जा रहे हैं. आइए कुछ तो अच्छा सोचें..... अपने बारे में, देश के बारे में. समाज के बारे में, रहन सहन अहाड़ा के बारे में, धर्म के बारे में...... सच कहिये तो.... अपनी ख़ुद की खुशी के बारे में..... अपने कर्तव्यों के बारे में.... अपने सपनों के बारे में...... आओ मिलकर कुछ अच्छा सोचें, कुछ अच्छा करें..

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